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आर्ट्स स्‍टूडेंट 12वीं के बाद क्‍या करें? जानिए, कॅरियर व जॉब ऑप्‍शन

हमारी सोसायटी में आर्ट्स सब्‍जेक्‍ट को लेकर कुछ नेगेटिव धारणाएं हैं। पहला झूठ है कि जो पढ़ने में तेज नहीं है, वही आर्ट्स लेते हैंं। और दूसरा कि आर्ट्स सब्‍जेक्‍ट में कॅरियर ऑप्‍शन खत्‍म हो रहे हैं। मेरा अनुभव है कि तीस फीसदी स्‍टूंडेंट लोगों से यही सुनकर निराश हो जाते हैं।
इनमें से कई ऐसे स्‍टूडेंट होते हैं, जो बहुत कुछ कर सकते हैं, लेकिन छोटी-मोटी जॉब में लग जाते हैं और आगे नहीं पढ़ पाते हैं। वे सोचते हैं कि आर्ट्स ले ली तो फ्यूचर अच्‍छा नहीं है।
तो सच्‍चाई बता दूं कि कॅरियर को लेकर सबसे ज्‍यादा अपॉच्‍यूनिटीज और इनकम आर्ट्स के फील्‍ड में है। सिविल सर्विस टॉपर टीना डाबी को तो आप जानते होंगे। उन्‍होंने एक इंटरव्‍यू में कहा कि जब मैने आर्ट्स लेने का फैसला किया तो फैमेली रिलेशन और जानने वालों ने कहा कि शायद यह पढ़ने में अच्‍छी नहीं है। इसलिए आर्ट्स लिया है। लेकिन मेरी दिलचस्‍पी आर्ट्स में थी और इसी वजह से आईएएस टॉपर बन पाई।
इस आर्टिकल में चर्चा करेंगे – 
– उन कोर्स के बारे में जहां कॅरियर ऑप्‍शन हो सकते हैं।
– जॉब वाइज कॅरियर ऑपशन
10+2 यानी 12वीं के बाद आर्ट्स स्‍टूडेंट के लिए कॅरियर ऑप्‍शन –
1. बीए
2. होटल मैनेजमेंट
3. जर्नलिज्‍म, मास कम्‍यूनिकेशन
4. बीए-एलएलबी
5. ईवेंट मैनेजमेंट
6. टीचर ट्रेनिंग कोर्स
7. फैशन डिजानर
8. ग्राफिक्‍स डिजाइनर
9. प्रोफेशनल आर्ट्स – थिएटर, डांस, सिंग‍िंग, कॉमेडी
10. गवर्नमेंट जॉब
1. पहले बात बीए कोर्स की –
– दो तरह के बीए कर सकते हैं। इसमें पहला है बीए प्रोग्राम और दूसरा है ऑनर्स करें। दोनों ही थ्री ईयर कोर्स हैं। बेहतर होगा कि ऑनर्स लें। इससे आगे कॅरियर बेहतर रहता है।
सब्‍जेक्‍ट – किसी रीजनल लैंग्‍वेज जैसे हिन्‍दी, इंग्लिश, पंजाबी, फ्रेंच, जर्मन, या दूसरा सब्‍जेक्‍ट जैसे पॉलटिकल साइंस, फिलॉसफी, मैथेमैटिक्‍स, पब्लिक एडमेनिस्‍ट्रेशन, सोसियोलॉजी, लाइब्रेरी साइंस, हिस्‍ट्री में कर सकते हैं। इसका ड्यूरेशन थ्री ईयर का है।
– अब बात रेग्‍यूलर और ओपेन कोर्स की। यह कॉमन कोर्स है और देशभर के सरकारी या प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं। लेकिन अगर आप दिल्‍ली में रहते हैं, तो यहां एडमिशन के लिए 80 पर्सेंट से ज्‍यादा मार्क्‍स होने चाहिए।
– अगर आपको रेग्‍यूलर नहीं करना है तो ज्‍यादातर यूनिवर्सिटी से ओपेन कोर्स कर सकते हैं। मतलब पत्राचार से। ऑल इंडिया ओपेन यूनिवर्सिटी यानी इग्‍नू से ग्रेजुएशन की डिग्री ले सकते हैं।
– अब सवाल है कि क्‍या ओपेन से बेहतर रेग्‍यूलर है? तो यहां बता दूं कि दोनों की डिग्री की वैल्‍यू सेम है।
– अगर आपको लगता है कि पढ़ाई के साथ में जॉब करना है और रेग्‍यूलर कॉलेज नहीं कर सकते हैं तो ओपेन कोर्स आपके लिए अच्‍छा विकल्‍प हो सकता है।
– अगर आपको लगता है कि आपके पास कॉलेज जाने का टाइम है तो आपको रेग्‍यूलर कोर्स करना चाहिए।
– मेरी राय में बेहतर तो होगा कि आपको कॉलेज से रेग्‍यलर कोर्स करना चाहिए। क्‍योंकि कॉलेज में आपको हर टाइप के स्‍टूडेंट मिलते हैं। स्‍कूल के बाद यहां एक अलग तरह का माहौल देखने और महसूस करने को मिलता है। हर जगह, स्‍टेट डिस्‍ट्रिक्‍ट आते हैं। गरीब, अमीर सब मिलेंगे। तो सोसायटी को आप बेहतर तरीके से समझ सकेंगे। वैसे तो दोनों ही कोर्स अपने जगह बेटर हैं। यहां स्‍टूडेंट पर डिपेंड करता है कि वह क्‍या करना चाहता है।
2. अगला कॅरियर ऑप्‍शन है होटल मैनेजमेंट
– सबसे खास बात है कि इस क्षेत्र में कभी भी रेसेशन देखने को नहीं मिला है। मतलब जब मंदी में ज्‍यादातर सेक्‍टर से नौकरी जाती है, तब भी होटल मैनेजमेंट करने वाले की नौकरी खतरे में नहीं होती है।
– अगर आप इंस्‍टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट यानी आईएचएम से होटल मैनेजमेंट का कोर्स करेंगे तो बेहतरीन जॉब मिलेगी।
– होटल मैनेजमेंट के भी बहुत सारे कोर्स होते हैं। एक बात और अपने दिमाग से निकाल दीजिए कि इस कोर्स का मतलब सिर्फ कुकिंग सीखना है। ऐसा इसलिए बता रहा हूं, क्‍योंकि ज्‍यादातर स्‍टूडेंट इस कोर्स को ऐसा ही समझते हैं।
– होटल मैनेजमेंट में बहुत सारे फील्‍ड हैं। फूड प्रोडक्‍ट, ट्रैवल मैनेजमेंट, फॉरेन लैंग्‍वेज, हाउस कीपिंग, मार्केटिंग आदि हैं। यह कोर्स आप प्राइवेट और गवर्नमेंट कॉलेज से कर सकते हैं।
3. अगला कॅरियर ऑपशन है जर्नलिज्‍म एंड मास कम्‍यूनिकेशन
इसकी डिमांड बढ़ रही है। क्‍योंकि मीडिया का लगातार विस्‍तार हो रहा है। प्रिंट मीडिया तो पहले से है ही, अब ऑनलाइन और सोशल मीडिया में अपॉर्च्‍यूनिटी लगातार बढ़ रही हैं।
– इसके कई तरह के कोर्स होते हैं। इनमें डिग्री और डिप्‍लोमा कोर्स हैं। डिग्री कोर्स बैचलर ऑफ जर्नलिज्‍म एंड मास कम्‍यूनिकेशन यानी बीजेएमसी तीन साल का होता है। जबकि डिप्‍लोमा कोर्स एक साल और सर्टिफिकेट छह मंथ का हो सकता है।
– जर्नलिज्‍म एंड मास कम्‍यूनिकेशन में फील्‍ड बड़ी हैं। इसमें एडिटिंग, रिपोर्टिंग, एंकरिंग, रेडियो जर्नलिज्‍म, सोशल मीडिया मैनेजमेंट, एडवर्टइजिंग कोर्स है। आप इस इसके बारे में विस्‍तार से जानेंगे तो कई संभावनाएं दिखेंगे।
– इसका कोर्स आप सरकारी कॉलेज और प्राइवेट कॉलेज से ले सकते हैं। हर राज्‍य की यूनिवर्सिटी इसका कोर्स चलाती है। लेकिन बेहतर होगा कि अच्‍छे कॉलेजों से ये कोर्स करें, जैसे दिल्‍ली में लेडी श्रीराम कॉलेज, माखन लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्‍वविद्यालय आदि।
– यहां भी सवाल होगा कि जर्नलिज्‍म का कोर्स ओपेन या पत्राचार से भी कर सकते हैं? तो इसका जवाब होगा, हां। लेकिन बेहतर होगा कि आप कॉलेज जाकर सीखें। क्‍योंकि यहां सिर्फ पढ़ना नहीं है, बल्कि सीखना है। मतलब रिपोर्टिंग सीखनी है, एंकरिंग सीखनी है।
4. बीए-एलएलबी
– यह कोर्स फाइव ईयर ड्यूरेशन का होता है। इस कोर्स के बाद आप वकील तो बनते ही हैं। इसके अलावा कॉपोरेट यानी कंपनियों में अच्‍छा कॅरियर बना सकते हैं।
– इस बात को एक उदाहरण के साथ बताता हूं। आपने देखा होगा कि लोग इंजीनियरिंग करके एमबीए करते हैं। क्‍योंकि वह इंजीनियर तो हैं ही, एमबीए से उन्‍हें प्रोडक्‍ट सेल करने आ जाता है।
– इसी तरह अब कंपनियों को लीगल एक्‍सपर्ट की भी जरूरत है। एलएलबी के बाद आप एमबीए कर सकते हैं।
– क्‍योंकि कंपनी रन करने के दौरान आपसे अगर कोई गलती हो गई तो आप वकील को फोन करेंगे। लेकिन अगर आपको कानूनी जानकारी होगी तो आप किसी समस्‍या का तुरंत रास्‍ता निकाल सकते हैं।
– ऐसे में कंपनी का मैनेजमेंट प्रेफर करेगा कि ऐसा बंदे को नौकरी दी जाए जो कानूनी जानकार भी हो।
– इसके साथ-साथ आप अपना कॅरियर बेहतर कर सकते हैं कि सिर्फ वकील बनकर। जैसे कंसल्‍टेंट लॉयर, प्रॉपर्टी लॉयर, बैंकिंग लॉयर, फैमिली लॉयर, क्रिमनल लॉयर, इनकम टैक्‍स लॉयर आदि।
– कोर्स की बात करें तो नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी बेहतर है, वैसे हर राज्‍य की यूनिवर्सिटी बीएएलएलबी करवाती है।
5. ईवेंट मैनेजमेंट
– यह कोर्स करके आप प्‍लांनिंग, मार्केटिंग, एडवर्टाइजिंग, एचआर डिपार्टमेंट में कॅरियर बना सकते हैं। लेकिन इसमें काफी मेहनत होती है, क्‍योंकि यह पब्लिक रिलेशनशिप से जुड़ा काम होता है। बीए में इस ईवेंट मैनेजमेंट को आप ऑनर्स कोर्स में रख सकते हैं। आगे और इसी सब्‍जेक्‍ट में एमबीए कर सकते हैं।
6. अब बात ग्राफिक्‍स डिजाइनर
– इसमें भी डिग्री कोर्स और डिप्‍लोमा कोर्स होते हैं। बैचलर डिग्री कोर्स तीन साल का होता है और थ्री टू फोर ईयर का होता है और डिप्‍लोमा एक से दो साल का होता है।
इस कोर्स में क्‍या है – नाम से ही आप समझ सकते हैं कि डिजाइन की बात हो रही है। इसमें एनिमेशन भी शामिल है। सामान्‍य शब्‍दों में कहें तो किसी प्रोडक्‍ट का लोगो डिजाइन करने और तमाम तरह के ग्राफिक्‍स डिजाइन इसमें आते हैं।
– इस क्षेत्र में ज्‍यादातर प्राइवेट कॉलेज हैं।
7. आप फैशन डिजाइन कोर्स कर सकते हैं। इस वक्‍त यह बेहतरीन कॅरियर ऑप्‍शन के रूप में उभर रहा है। इसमें आप डिग्री और डिप्‍लोमा कोर्स कर सकते हैं। इसका सबसे बड़ा इंस्‍टीट्यूट आईआईएफटी है। इसमें एंट्रेंस एग्‍जाम से एडमिशन होते हैं।
8. आप टीचर ट्रेनिंग कोर्स जैसे बीएड, एलिमेंट्री टीचिंग ट्रेनिंग, नर्सरी टीचर ट्रेनिंग कोर्स कर सकते हैं। इसमें आपको टीचिंग का बेहतरीन मौका मिलता है।
9. अब बात प्रोफेशनल आर्ट्स की- हर स्‍टूडेंट या व्‍यक्ति में खुद की हॉबी होती है। आप इसे कॅरियर में कनर्वट कर सकते हैं। इसमें डांसिंग, सिंगिंग, म्‍यूजिक शामिल है। इसके कोर्स के लिए बहुत सारे कॉलेज हैं इंडिया में। गवर्नमेंट कॉलेज के माध्‍यम से ये कोर्स कर सकते हैं।
10. अंत में सरकारी नौकरी की बात – 12वीं के बाद आपके लिए सरकारी नौकरी में ग्रुप सी और डी के लिए विकल्‍प है। एसएससी यानी स्‍टाफ सेलेक्‍शन कमीशन 10+2 कर चुके यूथ के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट के विभागों में भर्ती करता है। इस एग्‍जाम को एसएससी सीएचएसएल कहते हैं। इसके साथ-साथ स्‍टेट गवर्नमेंट और पीएसयू में आप टाइपिस्‍ट, स्‍टेनोग्राफर बन सकते हैं। हां, अगर आप ग्रेजुएशन कर लेते हैं, तो ज्‍यादा ऑपॉच्‍यूनिटी मिल सकती है।
प्राइवेट सेक्‍टर की बात करें तो बीपीओ ज्‍वाइन कर सकते हैं। फ्रीलासिंग कर सकते हैं।
– मेरा मानना है कि कोर्स बहुत सारे हैं, लेकिन उसी में एडमिशन लीजिए, जिसे आप मन से कर सकें। तब कॅरियर बेहतर हो सकेगा।

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