जालंधर: सैनिक भर्ती रैली में उम्मीदवारों की भीड को देखते हुए और उसे नियंत्रित करने के लिए सेना ने अब भर्ती रैली में शामिल होने वाले योग्य उम्मीदवारों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य कर दिया है।
जालंधर: सैनिक भर्ती रैली में उम्मीदवारों की भीड को देखते हुए और उसे नियंत्रित करने के लिए सेना ने अब भर्ती रैली में शामिल होने वाले योग्य उम्मीदवारों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य कर दिया है। सेना की यह नई व्यवस्था आज से लागू हो गयी है और इसके लिए एक बेवसाइट की भी शुरूआत कर दी गयी है। पंजाब के कपूरथला में अस्थायी सेलेक्शन सेंटर नार्थ का उद्घाटन करने आये सेना के भर्ती महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल आर एन नायर ने कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘सेना में भर्ती के लिए जब रैलियां आयोजित की जाती है तो कभी उसमें हिस्सा लेने वाले उम्मीदवारों की भीड इतनी बढ़ जाती है कि लाठी चार्ज करना पडता है, और भीड को नियंत्रित करने के लिए इस तरह के दूसरे अन्य साधन अपनाये जाते हैं।’’
ले ज नायर ने बताया, ‘‘सेना ने इससे निपटने के लिए यह निर्णय किया है कि इसमें शामिल होने वाले उम्मीदवारों को पहले आनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। इसके बाद वहां से योग्य उम्मीदवारों का चयन कर सिमित संख्या में अलग अलग दिन भर्ती रैली के लिए बुलाया जाएगा। इसका सबसे बडा फायदा होगा कि रैली में आने वाली भीड अनियंत्रित नहीं होगी।’’
उन्होंने बताया कि इस नई व्यवस्था की शुरूआत आज से कर दी गयी है। इसके लिए सेना ने एक बेवसाइट की भी शुरूआत कर दी है जिसे पिछले 24 घंटे में ही 40 हजार लोगाें ने क्लिक किया है।
इससे पहले सैन्य अधिकारी ने बताया कि पूरे देश में हर साल 60 हजार सेना के जवानों के पद रिक्त होते हैं और आरएमपी (रिक्रूटेबल मैन पॉपुलेशन) के आधार पर इसमें राज्यों को कोटा आवंटित किया जाता है जिसके तहत पंजाब का कोटा औसतन हर साल 1400 के करीब होता है।
पंजाब में सेना में भर्ती की संख्या में गिरावट आने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर लेफ्टिनेंट जनरल ने इसे खारिज करते हुए कहा, ‘‘यह खबर पूरी तरह गलत है। पंजाब में सेना में भर्ती की संख्या हर साल बढ रही है और पंजाब का योगदान आरएमपी से कहीं अधिक है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले तीन साल में सेना में भर्ती में पंजाब के आंकडे में लगातार बढोत्तरी हुई है। पंजाब के अलावा उत्तर भारत के कई ऐसे राज्य हैं जो आरएमपी से अधिक अपना योगदान दे रहे हैं.’’ इससे पहले नायर और वज्र कोर के जनरल आफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल एन पी एस हीरा एवं अन्य सैन्य अधिकारियों की उपस्थिति में कपूरथला मिल्रिटी स्टेशन में तैनात एक लांस नायक ने सेलेक्शन सेंटर का उद्घाटन किया।
सेंटर के उद्घाटन के बाद ले ज नायर ने कहा, ‘‘देश में पहले से मौजूद तीन सेलेक्शन सेंटर में होने वाली भीड को कम करने के लिए उत्तर भारत में एक ऐसे सेंटर की आवश्यकता थी जिसके लिए पंजाब सरकार ने रोपड में सेना को जमीन दी है। आधारभूत संरचना बनने में लगने वाले समय को देखते हुए अस्थायी तौर पर इसे कपूरथला में शुरू कर दिया गया है। बाद में इसे रोपड स्थानांतरित कर दिया जाएगा.’’ एक अन्य सवाल के जवाब में नायर ने बताया कि सेना में अभी 6-7 हजार सैन्य अधिकारियों की कमी है।
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ले ज नायर ने बताया, ‘‘सेना ने इससे निपटने के लिए यह निर्णय किया है कि इसमें शामिल होने वाले उम्मीदवारों को पहले आनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। इसके बाद वहां से योग्य उम्मीदवारों का चयन कर सिमित संख्या में अलग अलग दिन भर्ती रैली के लिए बुलाया जाएगा। इसका सबसे बडा फायदा होगा कि रैली में आने वाली भीड अनियंत्रित नहीं होगी।’’
उन्होंने बताया कि इस नई व्यवस्था की शुरूआत आज से कर दी गयी है। इसके लिए सेना ने एक बेवसाइट की भी शुरूआत कर दी है जिसे पिछले 24 घंटे में ही 40 हजार लोगाें ने क्लिक किया है।
इससे पहले सैन्य अधिकारी ने बताया कि पूरे देश में हर साल 60 हजार सेना के जवानों के पद रिक्त होते हैं और आरएमपी (रिक्रूटेबल मैन पॉपुलेशन) के आधार पर इसमें राज्यों को कोटा आवंटित किया जाता है जिसके तहत पंजाब का कोटा औसतन हर साल 1400 के करीब होता है।
पंजाब में सेना में भर्ती की संख्या में गिरावट आने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर लेफ्टिनेंट जनरल ने इसे खारिज करते हुए कहा, ‘‘यह खबर पूरी तरह गलत है। पंजाब में सेना में भर्ती की संख्या हर साल बढ रही है और पंजाब का योगदान आरएमपी से कहीं अधिक है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले तीन साल में सेना में भर्ती में पंजाब के आंकडे में लगातार बढोत्तरी हुई है। पंजाब के अलावा उत्तर भारत के कई ऐसे राज्य हैं जो आरएमपी से अधिक अपना योगदान दे रहे हैं.’’ इससे पहले नायर और वज्र कोर के जनरल आफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल एन पी एस हीरा एवं अन्य सैन्य अधिकारियों की उपस्थिति में कपूरथला मिल्रिटी स्टेशन में तैनात एक लांस नायक ने सेलेक्शन सेंटर का उद्घाटन किया।
सेंटर के उद्घाटन के बाद ले ज नायर ने कहा, ‘‘देश में पहले से मौजूद तीन सेलेक्शन सेंटर में होने वाली भीड को कम करने के लिए उत्तर भारत में एक ऐसे सेंटर की आवश्यकता थी जिसके लिए पंजाब सरकार ने रोपड में सेना को जमीन दी है। आधारभूत संरचना बनने में लगने वाले समय को देखते हुए अस्थायी तौर पर इसे कपूरथला में शुरू कर दिया गया है। बाद में इसे रोपड स्थानांतरित कर दिया जाएगा.’’ एक अन्य सवाल के जवाब में नायर ने बताया कि सेना में अभी 6-7 हजार सैन्य अधिकारियों की कमी है।